Friday, January 6, 2023

मरहम....

मरहम बने कइओ के जख्मो पर,

जब हम जख्मी हुए, खुद को नजरंदाज पाया,

अजीब सी बस्ती है तेरी इंसानो की ए खुदा,

यहां हर एक के पास जख्म कुरेदने का शौख पाया