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Thursday, July 16, 2020

होंसला बना रेहता

झीक्र जब भी हुआ, सीर्फ हमारी कमजोरिया ही देखी गई,
थोडी सी कामीयाबी भी देख लेते तो होंसला बना रेहता,

बहोत मेहनत की हे हमने हर एक चीज पाने मे,
अकेले ही चल दीये हम रास्ते के हर एक मोड आने पे,

रास्ते का आनेवाला हर मोड हमे ना डगा पाता,
अगर तुम रास्ता आसान बना देते तो होंसला बना रेहता,

क्या सोचा था तुमने थक जायेगी और रुक के मुड जायेगी,
एक औरत ही तो है, ऐसे कहा तक जायेगी,

हे हौसला बुलंद, हमे ना जरूरत कीसी की हे, 
सुनलो ए समाज वालो हम नही मोहताज तुम्हारे कीसी मोहरे की हे,

हे इतना दम, की हर जगह हमारा दबदबा बना रेहता,
ये बात अगर पेहले ही मान लेते तुम तो होंसला बना रेहता.

- खुशाली जोशी






13 comments:

Mohit Joshi said...

Very well written.

Vibhuti joshi said...

Very nice 😇😇

Rahul Raval said...

Kabhi bhi koi der nahin hoti,
Jabbhi khade hone ki chah ho
honsala ho ya na ho

Unknown said...

Nice lines

Unknown said...

Akele akele manjil ki aur aage to badhe hum,,
Par jo ku6 mod par sath mil jata tumhara to hosala bana raheta....

Khushali joshi said...

Superb

Vishva trivedi said...

Suparbbb...

Unknown said...

बढ़िया

Life Is Art said...

Nice

Khushali joshi said...
This comment has been removed by the author.
Manish singh bhadoria said...

Nice pinned

Khushali joshi said...

Thanks

Nisarg Upadhyay said...

बेहतरीन। शब्द नहीं है मेरे पास बयान करने के लिए।

तस्वीर 📸

आज मेरी कुछ पुरानी तस्वीरे मिली...  देख के याद आया के मुझे खुलके हसना भी आता है,....  बस खुलके अब हसा नही जाता वो अलग बात है...  खिलखिला कर ...